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india flag image भारत सरकार
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केंद्रीय जल आयोग

(1945 से राष्ट्र की सेवा में)

क्रियाएँ

डिज़ाइन (पू.व उ.पू.) के लिए अनिवार्य गतिविधियों की सूची

  • जल संसाधन विकास- सिंचाई, जल विद्युत और बहुउद्देशीय  से संबंधित विस्तृत परियोजनाओ के  डिजाइन और इंजीनियरिंग के लिए  उत्तरदायी  है । भारत के पूर्व और उत्तर-पूर्वी भाग सिक्किम, असम, पश्चिम बंगाल, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, नागालैंड, त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश, उड़ीसा, बिहार (तकनीकी मूल्यांकन) और  केंद्र शासित प्रदेश अंडमान और निकोबार द्वीप के लिए के शामिल नवीनतम परियोजना के कला विश्लेषणात्मक उपकरणों का उपयोग कर परियोजना संकल्पना, योजना, विश्लेषण और डिजाइन में यूनिट विशेषज्ञता है 
  • भारत और विदेशों में सिंचाई, जल-विद्युत और बहुउद्देशीय परियोजनाओं के लिए विस्तृत डिजाइन और इंजीनियरिंग परामर्श।
  • राज्य सरकारों और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों से सिंचाई, जल-विद्युत और बहुउद्देशीय परियोजनाओं की तकनीकी मूल्यांकन। 
  • ब्रह्मपुत्र बोर्ड द्वारा किए गए बहुउद्देशीय और जल विद्युत परियोजनाओं का डिजाइन।
  • परियोजनाओं में परिचालन, हाइड्रोलिक, संरचनात्मक, भू-तकनीकी और सुरक्षा पहलुओं से संबंधित विशेष समस्याओं का समाधान करना।
  • पत्र प्रकाशन और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से क्षमता निर्माण।